💊 1️⃣ Rifampicin (रिफैम्पिसिन)
🔹 दवा का वर्ग (Drug Class):
Antibiotic – Rifamycin group
🔹 मुख्य उपयोग (Uses):
Rifampicin एक शक्तिशाली एंटीबायोटिक है जिसका प्रयोग मुख्य रूप से निम्न बीमारियों में किया जाता है:
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Tuberculosis (टीबी) — फेफड़ों, हड्डियों, लिम्फ नोड्स, मस्तिष्क आदि में संक्रमण
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Leprosy (कुष्ठ रोग)
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Legionnaires’ disease
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Meningococcal meningitis (संक्रमित दिमागी बुखार)
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Prophylaxis (बचाव के लिए) — अगर किसी व्यक्ति का संपर्क टीबी रोगी से हुआ हो
🔹 कैसे काम करती है (Mechanism of Action):
Rifampicin बैक्टीरिया के अंदर जाकर उसके DNA-dependent RNA polymerase enzyme को inhibit करती है।
इससे बैक्टीरिया का RNA और प्रोटीन बनना रुक जाता है, और वो धीरे-धीरे नष्ट हो जाता है।
👉 आसान भाषा में — यह दवा बैक्टीरिया की “जानकारी कॉपी करने की मशीन” को बंद कर देती है, जिससे वो बढ़ नहीं पाता।
🔹 सामान्य खुराक (Dosage):
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वयस्कों में सामान्यतः 450 mg या 600 mg की खुराक,
दिन में एक बार खाली पेट (डॉक्टर की सलाह अनुसार)। -
बच्चों में खुराक वजन के अनुसार तय होती है।
🔹 साइड इफेक्ट्स (Side Effects):
सामान्य दुष्प्रभाव 👇
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पेशाब, पसीना या आँसू का लाल या नारंगी रंग होना (सामान्य और हानिरहित)
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मतली, उल्टी, पेट में दर्द
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भूख कम लगना
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थकान
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लीवर एंजाइम बढ़ना (कभी-कभी हेपेटाइटिस हो सकता है)
गंभीर साइड इफेक्ट्स:
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त्वचा पर रैश या खुजली
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आंखों या त्वचा का पीला पड़ना (जॉन्डिस)
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बुखार या अत्यधिक थकान
🔹 महत्वपूर्ण सावधानियां (Precautions):
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Rifampicin लीवर पर असर डालती है, इसलिए alcohol से बचें।
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गर्भनिरोधक गोलियों (Oral contraceptives) की प्रभावशीलता कम कर सकती है।
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लीवर और किडनी की जांच समय-समय पर करवाएं।
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गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाएँ डॉक्टर की सलाह से ही लें।
🔹 विशेष जानकारी (Special Note):
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Rifampicin अकेले लेने से resistance बढ़ सकता है, इसलिए इसे हमेशा Isoniazid, Pyrazinamide या Ethambutol के साथ दिया जाता है।
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इसे हमेशा खाली पेट (भोजन से 1 घंटा पहले या 2 घंटे बाद) लेना चाहिए।
💊 2️⃣ Isoniazid (आइसोनियाज़िड)
🔹 दवा का वर्ग (Drug Class):
Antitubercular Agent (First-line Anti-TB Drug)
🔹 मुख्य उपयोग (Uses):
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Tuberculosis (टीबी) का इलाज
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टीबी की रोकथाम (Prophylaxis) — खासकर उन लोगों में जो किसी TB संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए हों
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Rifampicin जैसी दूसरी TB दवाओं के साथ मिलाकर उपयोग किया जाता है
🔹 कैसे काम करती है (Mechanism of Action):
Isoniazid Mycobacterium tuberculosis की सेल वॉल (cell wall) बनने की प्रक्रिया को रोकती है।
यह mycolic acid synthesis को inhibit करती है — जो TB बैक्टीरिया की बाहरी परत का मुख्य घटक होता है।
इससे बैक्टीरिया की दीवार टूट जाती है और वह मर जाता है।
👉 आसान शब्दों में — Isoniazid बैक्टीरिया की “सुरक्षा दीवार” को तोड़ देती है।
🔹 सामान्य खुराक (Dosage):
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सामान्यतः 300 mg एक बार रोज़ाना (डॉक्टर की सलाह अनुसार)
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खाली पेट लेना सबसे अच्छा रहता है
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Vitamin B6 (Pyridoxine) साथ में दी जाती है ताकि नसों की कमजोरी (neuropathy) न हो
🔹 साइड इफेक्ट्स (Side Effects):
सामान्य दुष्प्रभाव 👇
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हाथों-पैरों में झुनझुनी या जलन (Peripheral neuropathy)
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मतली, उल्टी
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भूख में कमी
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थकान
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लीवर एंजाइम बढ़ना
गंभीर साइड इफेक्ट्स:
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पीलिया या आंखों का पीला पड़ना
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चक्कर या भ्रम
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त्वचा पर रैश या एलर्जी
🔹 महत्वपूर्ण सावधानियां (Precautions):
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Vitamin B6 (Pyridoxine) रोज़ाना लें (10–50 mg) ताकि नसों को नुकसान न हो
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शराब से परहेज़ करें
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लीवर रोगी डॉक्टर की निगरानी में ही लें
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गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए
🔹 विशेष जानकारी (Special Note):
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अकेले Isoniazid लेने से TB बैक्टीरिया में resistance बढ़ सकता है, इसलिए इसे Rifampicin जैसी दूसरी दवाओं के साथ दिया जाता है।
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इलाज कम से कम 6 महीने या उससे अधिक चलता है — डॉक्टर की सलाह पर ही अवधि तय करें।
🧪 दोनों दवाओं की तुलना (Comparison Table):
| बिंदु | Rifampicin | Isoniazid |
|---|---|---|
| Drug Class | Rifamycin Antibiotic | Antitubercular Agent |
| मुख्य कार्य | बैक्टीरिया की RNA synthesis रोकता है | बैक्टीरिया की दीवार तोड़ता है |
| मुख्य उपयोग | TB, Leprosy, Meningitis | TB का इलाज और रोकथाम |
| सामान्य खुराक | 450–600 mg/day | 300 mg/day |
| मुख्य साइड इफेक्ट्स | लीवर असर, लाल पेशाब | झुनझुनी, लीवर असर |
| महत्वपूर्ण सावधानी | Alcohol से बचें | Vitamin B6 लें |
⚠️ Disclaimer:
यह जानकारी केवल शैक्षणिक उद्देश्य से दी गई है।
Rifampicin और Isoniazid का सेवन केवल डॉक्टर की सलाह और प्रिस्क्रिप्शन पर करें।
दवा को बीच में बंद करने या स्वयं बदलने से बीमारी दोबारा लौट सकती है और दवा असरहीन हो सकती है।
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